तुम्हारी और संसार की प्रकृति है अनित्यता || आचार्य प्रशांत (2013)
2019-11-29
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
११ अगस्त २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
तुम्हारी और संसार की प्रकृति है अनित्यता" से क्या आशय है?
संसार की क्या प्रकृति है?
संसार और प्रकृति में क्या समानता है?